तो भाई साहब कभी-कभी मुझे लगता है कि पूरी दुनिया ही बिग बॉस का घर बनी पड़ी है जिसे देखो वही एक दूसरे से भिड़ा पड़ा है मिडिल ईस्ट में इजराइल और फिलिस्तीन दो महीने से लड़ रहे हैं यूरोप में रूस और यूक्रेन का कलेश खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा संसद में सरकार और विपक्ष के बीच जूते चल रहे हैं मुंबई इंडियंस में रोहित शर्मा और हार्दिक के फैंस बिना स्ट्रॉ लगाए एक दूसरे का खून चूसने को तैयार बैठे हैं और इधर जिनके दोनों के मिला के इतने फॉलोअर्स हैं कि अगर उसे जोड़कर एक देश बना लिया जाए ना तो वो देश आबादी के हिसाब से दुनिया का 30 वां सबसे बड़ा देश होगा ओ माय गॉड वैसे तो मैं पॉलिटिशियन के अलावा बाकी लोग आपस में क्या कर रहे हैं उनके क्या सियापे हैं इसमें इंटरेस्टेड नहीं होता लेकिन इस बार मामला सीधे यूथ से जुड़ा हुआ है देश के यंग लोगों से जुड़ा हुआ है दो ऐसे लोगों से जुड़ा हुआ है जिनके करोड़ों फॉलोअर्स हैं वो फॉलोअर्स जो इनकी बातों को आखिरी सच मानकर अपनी लाइफ के फैसले करते हैं तो मुझे लगा कि इस पूरे मसले पर इस पूरे मामले पर बात की जाए और इस पर अपना ओपिनियन शेयर किया जाए तो प्लीज पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों यारों रिश्तेदारों से जरूर शेयर करिएगा
आप इसके बारे में क्या सोचते हैं
अपनी राय भी कमेंट सेक्शन में जरूर बताइएगा शुरू करते हैं तो दोस्तों वैसे तो मैं मानकर चल रहा हूं कि आप सबको इस मामले का बैकग्राउंड पता ही होगा फिर भी जो लोग अभी तक नहीं जानते उनको बड़ा ब्रीफ में बता दूं कि संदीप माहेश्वरी के चैनल पर एक वीडियो आया था जिसमें एक लड़का यह शिकायत कर रहा था कि कुछ बिजनेस गुरु महंगे महंगे कोर्सेस बेच रहे हैं उसने भी ऐसा ही एक कोर्स खरीदा था मगर कोई फायदा नहीं हुआ जिस पर संदीप इस तरह के बिजनेस कोर्स के नाम पर बच्चों को बेवकूफ बनाने वालों को क्रिटिसाइज करते हैं
इस वीडियो में संदीप कहीं भी विवेक बिंद्रा का नाम नहीं लेते लेकिन संदीप बताते हैं कि इस वीडियो के बाद विवेक की टीम की तरफ से उन्हें लीगल नोटिस की धमकी दी गई उनकी टीम के कुछ लोग उनके घर तक आए और भी ना जाने क्या-क्या कुछ कहा विवेक बिंद्रा पर जिन स्टूडेंट्स ने जो इल्जाम लगाए उनका कहना था कि वो बच्चों को 10 दिन में एमबीए करवाकर उन्हें इंडिपेंडेंट बिजनेस कंसल्टेंट बना रहे थे इस तरह के कोर्स के लिए बच्चों से 100000 तक वसूले जा रहे थे बच्चों को इस बात के सपने दिखाए गए थे कि यह कोर्स करके वह बाकी लोगों को उनका बिजनेस ग्रो करने में मदद कर सकते हैं इस तरह कुछ 40000 हजार खर्च करके वो बच्चे लाखों करोड़ों कमा सकते हैं
संदीप महेश्वरी के शो में जिस लड़के ने यह बात रखी उसका ये कहना था कि ऐसा कोर्स मैंने भी लिया मगर उससे मुझे कोई फायदा नहीं हुआ और जब मैंने अपने पैसे वापस मांगे तो मुझे कहा गया कि पैसे तो रिफंड नहीं होंगे ऐसा करो तुम यही कोर्स अगर कुछ और लोगों को आगे बेच दो तो तुम्हें कमीशन मिल सकता है अब इस बात पर काफी लोग नाराज हो गए कि भैया हम यहां बिजनेस कंसल्टेंट बनने आए थे सेल्स एजेंट बनने नहीं जो तुम हमसे कोर्स बिकवा रहे हो अब इसी बात पर सारा विवाद है
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विवेक बिंद्रा को क्रिटिसाइज करने वाले यह कह रहे हैं कि स्टूडेंट्स को 10 दिन में एमबीए करवाकर कोई उन्हें बिजनेस कंसल्टेंट कैसे बना सकता है हो सकता है कुछ बच्चे इतने इंटेलिजेंट हो कि वो यह काम 10 दिन में सीख जाए लेकिन हर कोई 10 दिन में एक्सपर्ट तो नहीं बन सकता ना और ऐसा नहीं है कि यह बात खुद विवेक नहीं जानते थे अगर वो या उनकी टीम भी जानती थी कि हर किसी के लिए इस तरह एक्सपर्ट बन जाना आसान नहीं होता तो उन्होंने हर किसी को यह कोर्स क्यों बेच दिया कहा जा रहा है कि इस तरह के कोर्सेस बेचकर विवेक बिंद्रा की कंपनी ने 500 करोड़ से ज्यादा इकट्ठा किए अब बहुत से लोग मांग कर रहे हैं कि जो भी बच्चे फीस वापस मांग रहे हैं उन्हें उनके पैसे लौटाए जाने चाहिए जब से ये पूरी कंट्रोवर्सी सामने आई है बहुत सारे लोग सवाल कर रहे हैं कि
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क्या विवेक बिंद्रा ने कोर्स के नाम पर छात्रों को धोखा दिया है
क्या उन्होंने सोशल मीडिया पर अपनी फैन फॉलोइंग का नाजायज फायदा उठाया है इससे पहले कि मैं इन सारे सवालों पर आऊं और यकीन मानिए मैं आऊंगा और एक ऐसा जवाब दूंगा जो ना किसी के फेवर में होगा ना किसी के अगेंस्ट एक ऐसा जवाब जिसकी जरूरत इस देश के यूथ को सबसे ज्यादा है विवेक बिंद्रा जो आज भारत के सबसे बड़े मोटिवेशनल स्पीकर्स में से एक हैं जिनके youtube 2 करोड़ से ज्यादा फॉलोअर्स हैं वो इस मुकाम तक पहुंचे कैसे आपको बता दें बड़ा बिजनेस कंपनी शुरू करने से पहले विवेक की एक कंपनी थी ग्लोबल एकेडमी फॉर कंसल्टिंग एंड ट्रेनिंग ये कंपनी बड़े-बड़े कॉरपोरेट्स को एडवाइज करती थी जिसमें विवेक ऐसा दावा करते हैं कि वह आज तक हजारों छोटे-बड़े कंपनियों को घाटे से प्रॉफिट में ला चुके हैं इसके अलावा जब भी किसी कंपनी में यूनियन और कंपनी मैनेजमेंट में कोई विवाद हो जाता था तो इनकी कंपनी उसमें मीडिशन करके झगड़े निपटा थी हरियाणा में 18 के आसपास हमने रियलाइफ किया कि हम लोग बड़े-बड़े बिजनेस घरानों को मदद तो कर रहे हैं उनकी प्रोडक्टिविटी बढ़ा रहे हैं लेकिन लोअर लेवल के हजारों बिजनेसेस ऐसे हैं जिनको गाइड करने वाला कोई नहीं था इसलिए 2019 में विवेक बिंदरा ने ग्लोबल एकेडमी फॉर कंसल्टिंग एंड ट्रेनिंग को बंद करके उसकी जगह बड़ा बिजनेस के नाम से नई कंपनी खोल ली और जैसा कि विवेक क्लेम करते हैं इस कंपनी का पर्पस ऐसे तमाम लोगों और कंपनियों को ट्रेन करना है जो छोटे लेवल पर बिजनेस चला रहे हैं और उस बिजनेस को बड़ा करना चाहते हैं
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इंडिया की किसी किसी भी हिस्से में बैठा कोई भी बिजनेसमैन अगर अपने धंधे से जुड़ी कोई गाइडेंस लेना चाहता है तो विवेक बिंद्रा की कंपनी से जुड़ा बंदा कुछ ही देर में वहां पहुंच जाएगा और उन्हें डिजिटली ट्रेन कर देगा देखिए इससे पहले कि मैं रिसेंट कंट्रोवर्सी पर आऊं ये जरूर समझ लेना चाहिए कि जब भी कोई आदमी नेगेटिव वजह से चर्चा में आता है लोग बोलने लगते हैं कि ये आदमी तो है ही घटिया ये फ्रॉड है इसे कुछ नहीं आता जबकि ऐसा होना नहीं चाहिए हमें किसी भी आदमी के प्लस माइनस दोनों पॉइंट्स को लेकर चलना चाहिए इसलिए एक बार यह फैक्ट भी मान लीजिए कि विवेक बिंद्रा भी आज जिस जगह पर हैं वहां वो बहुत कुछ करके ही पहुंचे हैं सिर्फ लोगों को चीट कर कर के तो आदमी यहां तक पहुंच नहीं सकता अब आते हैं रिसेंट कंट्रोवर्सी पर तो इसमें मेरा बड़ा सीधा सा मानना है कि यार
आप कोई भी कोर्स बनाओ किसी को भी बेचो कितने में भी बेचो ये आपकी मर्जी है जब हम एक किलो आलू भी 10 मिनट लगाकर सेलेक्ट करते हैं और चेक करते हैं कि कोई खराब तो नहीं है कोई गला हुआ तो नहीं है तो हजारों का कोर्स सिलेक्ट करने से पहले भी अपना दिमाग तो लगाएंगे ना लेकिन इस तरह कोर्सेस बनाकर उससे पैसा कमाने वालों को इतना जरूर सोचना चाहिए कि यार पैसे कमाने के चक्कर में
हम स्टूडेंट्स के पैसे ना खराब कर दें मतलब यार स्टूडेंट्स जो होती है ना वो बहुत ही इनोसेंट कौम होती है इस देश में हजारों लाखों बच्चे ऐसे हैं जिन्हें कभी उनके मां-बाप से गाइडेंस नहीं मिलती ना वो अच्छे स्कूल कॉलेजों में पढ़े होते हैं करियर में आगे कहां जाना है उन्हें इसका भी पता नहीं होता अब यही बच्चे जब कर लेते हैं
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इन बच्चों के मासूम मां-बाप भी अपने बच्चों की बातों में आकर जैसे-तैसे अपनी जिंदगी भर की कमाई बच्चों के हवाले कर देते हैं इसलिए जब भी कोई ट्रेनर इन बच्चों से हजारों रुपए लगवाता है तो उसे पता होना चाहिए कि उसकी रिस्पांसिबिलिटी क्या है जैसे मैंने पहले कहा हो सकता है बहुत सारे लोग एक महीने का कोर्स करके बड़े कंसल्टेंट बन जाए मगर हर कोई तो नहीं बन सकता ना और यह बात कोर्स बेचने वाले को भी अच्छे से पता होगी कि किसमें दम है और किसमें नहीं लेकिन जब वो लोग हर किसी को ऐसे कोर्स बेचने लगते हैं बिना कोई क्राइटेरिया सेट किए तो वो गलत है ना आप सामने वाले में कोई बेसिक क्वालिटी देखोगे कि नहीं देखोगे तो ये उनके सपनों के साथ धोखा होगा है कि नहीं एक बात मैं फिर से अंडरलाइन कर दूं ये तब ज्यादा इंपॉर्टेंट हो जाता है जब आप लोगों से फीस ज्यादा ले रहे हो अगर आप किसी से ती घंटे के कोर्स के 500 या 700 ले रहे हो तो शायद आपकी जिम्मेदारी उतनी नहीं है कि भैया राइट आदमी ही कोर्स ले लेकिन जब आप लोगों से हजारों लाखों रुपए चार्ज करते हो तब आपको जरूर ये देखना चाहिए कि कोई अपना नुकसान ना करवा ले और बहुत सारे लोगों का कहना है कि विवेक वाली कंट्रोवर्सी में यही हुआ है सभी को एक ही तराजू पर तलकर कोर्स बेज दिया गया
बिना ये देखे कि किसका क्या टैलेंट है और इसी चक्कर में इतने बच्चे परेशान हो गए ये लोग कह रहे हैं तो भाई देखिए मैं उस तरह के लोगों में बिल्कुल नहीं हूं जो सिर्फ अपने नंबर बनाने के लिए यह बोल दे कि सारे के सारे मोटिवेशनल स्पीकर्स फर्जी होते हैं ना ऐसा बिल्कुल भी नहीं है जैसा मैंने कहा इस दुनिया में बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो बहुत डिप्रेस्ड हैं अकेले हैं जिनको कहीं से कोई गाइडेंस नहीं मिलती ऐसे लाखों लोगों को संदीप महेश्वरी या विवेक बिंद्रा जैसे लोगों की बातों से सहारा मिलता है एक डायरेक्शन मिलता है मगर फिर भी मैं जरूर कहूंगा कि लाइफ में सबसे इंपॉर्टेंट होता सेल्फ रिलाइजेशन यह पता लगाना कि मैं क्या हूं हो सकता है
एक मोटिवेशनल स्पीकर आपको चिल्ला चिल्ला कर यह कहे कि तुम करोड़पति बनने की क्यों नहीं सोचते तुम बड़ी गाड़ी क्यों नहीं लेते तुम ये हासिल करो तुम वो हासिल करो तुम आज ही अपनी नौकरी छोड़ दो ये सब बेकार है और और भी ना जाने क्या कुछ मगर आपको अगर ऊपर वाले ने ऐसा बनाया है जो अंदर से ऐसा है ही नहीं कि बड़ी-बड़ी गाड़ी के पीछे भागे या उसे बहुत सारे लोग जाने आपको हो सकता है उन चीजों में आकर खुशी मिले कि भैया मैं शाम को टाइम से घर आकर अपने बच्चों के साथ एक घंटा खेल लेता हूं आपको इस बात में सबसे ज्यादा सुख मिले कि आपके बुजुर्ग मां-बाप आपके साथ रहते हैं आपको इस बात में आनंद आए कि भैया आज भी मैं अपने स्कूल कॉलेज के दोस्तों के साथ टच में हूं हो सकता है लाइफ की ये छोटी-छोटी चीजें आपको इतनी खुशियां देती हो कि आपको उसके आगे हर दौलत छोटी लगती हो अगर आप ऐसे हैं और फिर आप किसी मोटिवेशनल स्पीकर की बात सुनकर खुद को छोटा मान रहे हैं तो
आप अपने साथ ज्यादती कर रहे हैं नाइंसाफी कर रहे हैं वो स्पीकर और उसकी बातें आपके लिए है ही नहीं इसलिए मैंने कहा कि लाइफ की असली खुशी खुद को समझने में है कि आप क्या हैं और लाइफ में क्या चाहते हैं दूसरी बात अगर आप सच में बहुत पैसा और नाम कमाना भी चाहते हैं तो सच्ची बात यह है दोस्तों कि कोई भी आदमी सिर्फ 10 दिन का कोर्स करके या महीने भर शेयर मार्केट में पैसा लगाकर रातों-रात करोड़पति नहीं बन सकता यह बात अच्छे से समझ लीजिए
कि भैया लाइफ में जो भी कुछ अचीव करने लायक होता है वो आपसे एफर्ट मांगता है वो भी एक दिन का नहीं कई सालों का एफर्ट वो आपसे डेडिकेशन मांगता है पैसा भी एक झटके में नहीं सालों की की सेविंग और सालों की इन्वेस्टमेंट से बनता है इसलिए सोशल मीडिया पर दो-चार लोगों की झूठी कहानियां देखकर जोश में मत आइए सक्सेस का कोई शॉर्टकट नहीं होता असली और सच्ची कामयाबी मेहनत और टाइम दोनों मांगती है इसलिए अपने आप को पहचानिए मेहनत करिए और लगे रहिए जैसा कि स्वामी विवेकानंद जी ने कहा था कि तब तक लगे रहिए जब तक कि तुम वो ना पा लो जो तुम पाना चाहते हो उम्मीद करता हूं आपको आज की ये Post पसंद आई हो प्लीज सोशल मीडिया के दो बड़े इन्फ्लुएंस के झगड़े में अपना टाइम बर्बाद मत करिए कि कौन किसके लिए क्या बोल रहा है कौन किसकी कैसी पोल पट्टी खोल रहा है इन सब से आपको कुछ भी हासिल नहीं होगा आपका कोई भी फायदा नहीं होगा इसलिए प्लीज अपने फायदे अपने टैलेंट अपनी मेहनत अपनी सेहत पर ध्यान दीजिए इस पूरी कंट्रोवर्सी पर आपका क्या कहना है वो भी कमेंट करके जरूर बताइएगा प्लीज इसे आगे और भी लोगों तक पहुंचाएगा शेयर करिएगा